Hindi Geeta Quotes | गीता अनमोल वचन Part 1

Hindi Geeta Quotes  गीता सार -1 

Hindi Geeta

भगवत गीता ( Geeta) एक ऐसा अनुपम में शास्त्र है, जिसका एक भी शब्द सदुपदेश से खाली नहीं है।

  • महाभारत में भी कहा है कि “सर्वशास्त्रमयी  गीता” मतलब गीता में सभी शास्त्रों का रस भरा हुआ है।

गीता भगवान विष्णु के मुख से निकली है जो कि ब्रह्मा द्वारा बनाए गए वेदों से भी ज्यादा शक्तिशाली है। ब्रह्मा भगवान की नाभि में से प्रकट हुए हैं।

  • स्वयं भगवान श्रीकृष्ण ने कहा है कि मैं गीता ( Geeta ) के आश्रम में रहता हूं, गीता मेरा श्रेष्ठ घर है, गीता के ज्ञान का सहारा लेकर ही मैं तीनों लोगों का पालन करता हूं।

भक्ति के दो मार्ग हैं- पहला कर्म योगी (सांसारिक व्यक्ति) और दूसरा साख्य योगी (वैराग्य धारण करने वाले) दोनों की भक्ति करने के तरीके अलग-अलग है पर मंजिल एक ही है परमात्मा।

  • उदाहरण के लिए किसी व्यक्ति को भारत से अमेरिका की ओर जाना है तो उसके पास दो दिशाएं हैं पूर्व या पश्चिम वह किसी भी दिशा मैं जाएगा तो वह अमेरिका पहुंच जाएगा। 

जो भक्त जिस भाव से भगवान की उपासना करता है, उसको उसी भाव के अनुसार भगवान की प्राप्ति होती है।


Hindi Geeta Quotes गीता सार -1 

  • जो व्यक्ति समता (हर परिस्थिति में समान भाव रखने वाला) की कसौटी पर पूरा उतरता है वही मुक्ति का अधिकारी है।  जिसमें समता नहीं, वह सिद्ध ही कैसा?

मित्र, दुश्मन, उदासीन, मध्यस्थ और बंधु गणों, धर्मात्मा, पापियों में भी समान भाव रखने वाला अत्यंत श्रेष्ठ पुरुष है

  • श्री कृष्ण कहते हैं कि संसार में सारे जीव मेरे अंश है, वह इन्द्रियों  से घोर संघर्ष कर रहे हैं जिनमें मन भी सम्मिलित है।

सामान्य तौर पर लोग कुछ पढ़ना चाहते हैं, यह प्राकृतिक प्रवृत्ति है। लेकिन चुकी मस्तिष्क दूषित  हो चूका है इसलिए वे कामुक और अपराधिक साहित्य पसंद करते हैं।

दोस्तों इसलिए हैं आज का मीडिया वह दिखाता है जो लोग देखना चाहता है, पर वह यह नहीं दिखाता जो उसे दिखाना चाहिए जैसे अच्छी-अच्छी बातें और प्रेरक प्रसंग आदी।   इसमें हमारे टीवी चैनल्स को कोई  TRP नहीं मिलती, इसलिए वह मसालेदार न्यूज़ दिखाना ज्यादा पसंद करते हैं।

महान चिंतकों की विशेषता है कि वह बुरे से बुरे से भी श्रेष्ठतम को खोज निकालते हैं।

हमें भगवत गीता ( Geeta) जैसे महान साहित्य को लोगों तक पहुंचाना होगा। जब लोग इन साहित्य के प्रति अपनी रुचि उत्पन्न कर लेंगे तो वह अन्य साहित्य ( कामुक, अपराधिक, हिंसक )  जो समाज में जहर फैला रहे हैं, स्वत  ही खत्म हो जाएंगे।

भगवत गीता ( Geeta) आप जितनी बार भी पड़ेंगे उसमें से हर बार एक नया मतलब निकल कर आएगा इसका रहस्य आज तक भगवान के सिवा कोई भी नहीं जान पाया है। खुद अर्जुन भी इसका बहुत कम भाग ही समझ पाए थे। इसलिए अपनी जिंदगी में एक बार गीता ( Geeta) को जरूर पढ़ें।

Viren Raikwal
Viren Raikwal

असली बहादुरी तो तब है, जब आप वह करे जो सही है, भले ही वह ज्यादा लोकप्रिय ना हो....

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