हमारी रोजमर्रा की लाइफ में ऐसी कई चीजें हैं जिसका हम भरपूर use तो करते हैं पर उनके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं रखते। इनमें से एक है Petrol ( पेट्रोल) जिसके बिना हमारी लाइफ मुश्किल हो जाती है।
Petrol ( पेट्रोल ) इतना important है कि अगर इसमें एक रुपए की भी बढ़ोतरी की जाए तो हमारे घर का बजट सिस्टम ही बदल जाता है, महंगाई बढ़ जाती है। इसलिए आज Petrol ( पेट्रोल) के बारे दिलचस्प बातें जानेंगे।
Petrol ( पेट्रोल ) क्या होता है?
पेट्रोल एक तरल पदार्थ है जो कि एनर्जी प्रोड्यूस करता है। पेट्रोल हमें एक काले और गाढ़े तरल पदार्थ से मिलता है, जिसे Petroleum (पेट्रोलियम) कहते हैं l पेट्रोलियम लेटिन भाषा petra(rock) + Oleum (Oil) शब्द से बना है, जिसका अर्थ है चट्टानों से निकलने वाला तेलl
Petrol में कई एलिफैटिक हाइड्रोकार्बन होते हैं, इसके अलावा पेट्रोल में आइसो-आक्टेन या एरोमैटिक हाइड्रोकार्बन जैसे टॉलुईन और बेन्ज़ीन भी मिलाये जाते हैं, जिससे इसकी ऊर्जा क्षमता बढ़ जाये।
पेट्रोल इतना ज्वलनशील है कि यह सामान्य temperature भी बर्दाश्त नहीं कर पाता। अगर इसे खुला छोड़ दिया जाए तो इससे उठने वाली भाप जल्दी आग पकड़ लेती है, यह बहुत ही उर्जा पैदा करता है।
पेट्रोल कैसे बनता है?
हमारी प्रकृति ने हमें इतना कुछ दिया है कि हम गिनते- गिनते थक जाएं। हमारे आस-पास जो भी है वह हमें प्रकृति ने दिया है, उसकी जमीन के अंदर से। जैसे अभी आप जो मोबाइल चला रहे हो उसके लिए, प्लास्टिक, कांच, लोहा, तांबा जैसी बहुत सी चीजें हमें सिर्फ पृथ्वी के अंदर से मिलती है। इंसान ने तो सिर्फ इसका यूज करके डिवाइस बना लिए हैं।
ऐसे ही petrol (पेट्रोल) भी हमें पृथ्वी के अंदर से मिलता है। इसके बनने का process भी बहुत ही इंटरेस्टिंग है। जैसा कि हम सब जानते हैं कि हमारी पृथ्वी करोड़ों सालों से अस्तित्व में है। इसमें बहुत से जीवो ने कब्जा किया और जब उनकी तादाद इतनी ज्यादा हो गई कि वह Earth को नुकसान पहुंचाने लगे, तो पृथ्वी ने खुद ही इनको खत्म कर दिया।
पृथ्वी पर पिछले करोड़ों वर्षों में कई उत्तल पुथल हुई है। कई भूकंप, सुनामी और आकाशीय पिंड से पृथ्वी पर समस्या प्रलय आया है। यह प्रोसेस पृथ्वी को नया बना देता है और पुराने सभी जीवो का अंत कर देता है।
हजारों – लाखों साल पहले पौधे और जानवर जमीन के अन्दर पृथ्वी की उथल-पुथल के कारण दब गए l अत्यंत दबाव और गर्मी के कारण यही मृत पौधे और जानवर पेट्रोलियम में बदल गए l मनुष्य ने समुन्द्र के अन्दर पेट्रोलियम के ऐसे भंडार का पता लगाया और समुन्द्र की चट्टानों से इस काले तरल पदार्थ को निकालना शुरू कर दिया l
इन्हीं पेड़ पौधे और जीव-जंतुओं के अवशेष से कुछ रसायनिक क्रिया हुइ जिससे आज करोड़ों साल बाद हमें खनिज पदार्थ मिल रहे हैंl
Petrol ( पेट्रोल ) कैसे निकाला जाता है?
कच्चा तेल ( Crude oil ) जमीन से निकलता है या समुद्र की सतह के नीचे पाया जाता हैl इसे खुदाई करके निकाला जाता हैl यह सतह से 1000 फीट या उससे भी ज्यादा नीचे हो सकता हैl
सिर्फ Petrol ही महंगा नहीं होता, पेट्रोल निकालने का process भी बहुत ही महंगा होता हैl इसमें वैज्ञानिक पहले अंदाजा लगाते हैं कि इस क्षेत्र में पेट्रोल हो सकता है यह क्षेत्र आबादी से रहित होना चाहिएl
इसके बाद वहां पर 200 फीट का गड्ढा किया जाता है और उसमें विस्फोट किया जाता हैl विस्फोट से उठी तरंगों को सुपर कंप्यूटर से एनालिसिस कर पता लगाया जाता है कि जमीन के अंदर कितने फीट तक प्राकृतिक गैस और पेट्रोलियम हैl
इस तकनीक को Seismic Exploration तकनीक कहा जाता हैl पॉजिटिव रिजल्ट आने पर वहां प्राकृतिक पेट्रोलियम के कुएं खोदे जाते हैंl अब विस्फोट की जगह वाइब्रेटर का use किया जाता हैl
समुंद्र में Petroleum (पेट्रोलियम) पदार्थ ढूंढने का तरीकाअलग होता हैl यहां पर कुछ तरंगे छोड़ी जाती है जो खनिज पदार्थों से टकराकर वापस आती हैl जिसे सुपर कंप्यूटर से एनालिसिस किया जाता हैl
आपको जानकर हैरानी होगी कि इस तकनीक का प्रयोग चमगादड़ अपना शिकार खोजने के लिए और डॉक्टर सोनोग्राफी मैं बच्चे को देखने के लिए करता हैl
Petroleum (पेट्रोलियम) पदार्थ में पेट्रोल, नैपथ, कैरोसिन, डीज़ल, मोम, पिच आदि चीजें होती हैं l कच्चे तेल को साफ करने के लिए कारखानों में लाया जाता है l इन कारखानों को पेट्रोल रिफ़ाइनरीज़ (Petrol Refineries) कहते हैं कच्चे तेल को बड़े-बड़े बेलनाकार बर्तनों में डालकर गर्म किया जाता हैl
अलग-अलग तापमान पर कच्चे तेल में उपस्थित चीजें अलग-अलग पाइपों द्वारा निकाल ली जाती हैं l इस प्रकार पेट्रोलियम का एक हिस्सा Petrol (पेट्रोल) के रूप में प्राप्त हो जाता हैl
भारत में पेट्रोल कहां पाया जाता है?
भारत में सबसे पहले असम में पैट्रोलियम रिफायनरी डाली गई उसके बाद गुजरात (खंभात की खाड़ी) और महाराष्ट्र (अरब सागर) में से खनिज पदार्थ निकाले जाते हैंl भारत में खनिज पदार्थों का प्रोडक्शन बहुत कम है इसलिए हम पेट्रोलियम पदार्थ विदेशों से import किए जाते हैंl
वैज्ञानिकों ने पेट्रोल बनाने के कुछ कृतिम तरीके भी विकसित कर लिए हैं l इन तरीकों से बनाया गया पेट्रोल महंगा होता है l पेट्रोल संसार के बहुत से देशों में मिलता है l पेट्रोल का सबसे अधिक उत्पादन अरब देशों, अमेरिका और रूस में होता हैl
Conclusion
पेट्रोल गैर नवीनीकरण पदार्थ है इसका भंडार सीमित हैl इसका मतलब है कि इसे पैदा नहीं किया जा सकता पेट्रोल एक हाइड्रोकार्बन है जिसे कच्चे तेल ( Crude oil ) से निकाला जाता हैl
हम सबको पता है कि petrol (पेट्रोल) पर हमारी निर्भरता बहुत दिनों तक नहीं चलेगी क्योंकि इसके भंडार सीमित हैऔर खत्म हो रहे हैंl हमें पेट्रोल का कोई दूसरा विकल्प ढूंढना ही होगा ताकि हमारे उर्जा का बिना रुके मिलता रहेl
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