हमें किताबें क्यों पढ़नी चाहिए? Advantages of Reading Books

Advantages of Reading Books – दो लाख साल पहले एक गाँव में एक कुत्ते का जन्म हुआ जब वो बड़ा हुआ तो खाने की तलाश में भटकता रहा। एक दिन उसने जंगल की तरफ़ रुख किया वहाँ उसे जंगली सब्जियाँ इत्यादि खाने को मिलीं।

कुछ दिन बाद जंगल में आग लग गई कुत्ता वहाँ से भाग गया। आग ठंडी होने के बाद कुत्ते ने देखा कि आग में सब्जियाँ पक कर और भी ज़्यादा स्वादिष्ट और पौष्टिक हो गईं हैं। कुत्ते ने उन्हें बड़े चाव से खाया।

2–3 दिनों में सब्जियाँ सड़ने लगीं लेकिन इस बात से अनजान कुत्ता उन्हें खाता रहा और बीमार पड़कर उसकी मौत हो गई।

कुछ महीने बाद एक दुसरे कुत्ते का जन्म हुआ उसने भी खाना ढूंढा, फिर आग लगी, सब्जियाँ पकीं, सब्जियाँ सड़ी, कुत्ता बीमार होके मर गया।

फिर से एक कुत्ते का जन्म हुआ और वही चक्र चलता रहा।

लेकिन इस बार एक मानव का जन्म होता है वो खाने की तलाश में लग जाता है। एक दिन उसने जंगल की तरफ़ रुख किया वहाँ उसे जंगली सब्जियाँ इत्यादि खाने को मिलीं।

कुछ दिन बाद जंगल में आग लग गई और वो वहाँ से भाग गया। आग ठंडी होने के बाद उसने देखा कि आग में सब्जियाँ पक कर और भी ज़्यादा स्वादिष्ट और पौष्टिक हो गईं हैं। उसने उन्हें बड़े चाव से खाया।

2–3 दिनों में सब्जियाँ सड़ने लगीं लेकिन इस बात से अनजान वो उन्हें खाता रहा और बीमार पड़कर उसकी मौत हो गई। लेकिन उसने मरने से पहले अपने साथ हुई पूरी कहानी एक किताब में लिख डाली।

तो जब अगले मानव का जन्म हुआ उसे इन चीजों के बारे में पहले से ही पता चल गया कि जंगल में सब्जियाँ होती हैं, आग लगने पर क्या करना चाहिये, सब्जियाँ कैसे पकती हैं और कितने दिन बाद खराब हो जाती हैं।

हमें किताबें क्यों पढ़नी चाहिए? – Advantages of Reading Books

इस तरह से वो ज्यादा दिनों तक जिया और उसे जो भी अतिरिक्त समय मिलता उसमें सूखी पत्तियाँ, हरे तने, पत्थर, जानवरों का गोबर और पानी इकट्ठा करता।

अब उसे आग भड़कने का इंतज़ार था और जैसे ही आग लगी उसने इन सब चीजों को आग में फेंक दिया।

और मरने से पहले उसने अपनी किताब में लिखा: सूखी पत्तियों से आग भड़कती है, गोबर से लम्बे समय तक जलती है और पानी से बुझ जाती है।

जो इंसान इस बार पैदा हुआ उसने इन दोनों किताबों को पढ़ा और जैसे ही उसने जंगल में तेज हवायें चलते देखीं दो लकड़ियों को उन पेड़ों में फंसा दिया, देखते ही देखते आग पैदा हो गई।

उसके बाद आये इंसान ने लाइटर बनाया। उसके अगले ने गैस स्टोव बनाया। इस तरीके से ये क्रम चलता रहा और इंसान प्रगति करता गया।

इंसान की ये सबसे अच्छी खूबी रही है कि उसने अपनी अगली पीढ़ियों तक ज्ञान का संचार किया। और इस तरह मानव अपनी पुरानी पीढ़ियों द्वारा की गईं गलतियों से बचा रहा और अपने समय का सदुपयोग करने में सफल रहा।

इसी क्रम को बढ़ाते हुए हर पीढ़ी के साथ इस ज्ञान में तेजी से वृद्धि होती गई।

हमें किताबें क्यों पढ़नी चाहिए?

किताबें धरती पर इंसानी अनुभव है जिसे वह शब्दों में बयां करता है। जैसे-जैसे किताबें पुरानी होती जाती है वैसे उसकी वैल्यू बढ़ती जाती है ,क्योंकि हम उस जमाने में जीते हैं जो बीत चुका है।


Advantages of Reading Books

आप में से कई लोगों ने अमेरिका नहीं देखा होगा फिर भी आप अमेरिका को अच्छी तरह से जानते हैं इसका कारण क्या है? कुछ लिखे गए शब्द, कुछ फोटोस, और कुछ वीडियोस।

इन सब की मदद से आप उस जगह को अच्छी तरह से जानने में लग जाते हैं अगर कोई देश ऐसा हो जिसकी कोई रिकॉर्ड ही नहीं हो तो आप उसे नहीं जान पायेगे।

Advantages of Reading Books – किताब पढने के क्या फायदे है?

  • एक अच्छी किताब आपके व्यक्तित्व को सुधार सकती है और आपको एक इंसान बना सकती है, भ्रम से दूर सत्य का पता लगा सकती है ।
  • एक बायोलजी की किताब हमें बताती है हमारा दिल कैसे धड़कता है, हमारे हाथ पैर कैसे काम करते हैं, पेड़-पौधे कैसे साँस लेते हैं जिसे जानने में मानवजाति को सदियाँ लग गईं।
  • होमर, शेक्सपियर, चाणक्य, अल-बरुनी, मार्क ट्वेन द्वारा लिखी गईं प्राचीन किताबें हमें बताती हैं पुराना ज़माना कैसा था, तब इंसान कैसे जीता था। किताबों से हम कई ज़िंदगियाँ जी लेते हैं, कई पहलुओं का अनुभव कर लेते हैं और कई संसार देख लेते हैं।
  • आसान शब्दों में कहें तो यदि आप 20 वर्ष की उम्र में एक 40 वर्षीय द्वारा लिखित पुस्तक पढ़ते हैं तो आप उसके 40 वर्षों के अनुभवों में झाँक लेते हैं।
  • जो लोग सच्चे आचरण वाली किताबें पढ़ते हैं, वे हार जाते हैं, लेकिन वे आत्महत्या का विचार अपने दिमाग में नहीं लाते हैं।
  • जो लोग अधिक किताबें पढ़ते हैं वे केवल एक ही जाति को जानते हैं, वह है मानवता
  • मान्यता है की पृथ्वी पर  1% अच्छे लोग हैं और 1% बुरे लोग हैं, शेष 98% लोग सामान्य है। कुछ लोग अच्छे लोगों का अनुसरण करके अच्छे बन जाते हैं और कुछ लोग बुरे लोगों के पीछे भागने से बुरे बन जाते हैं।
  • 1% अच्छे लोगों के पीछे उनकी अच्छी सोच होती है जिसकी जिम्मेदार एक अच्छी किताब है ।

Conclusion

स्मार्टफोन के इस युग में ऐसा लग रहा है जैसे किताब में पुरानी जमाने की बात हो गई है पर ऐसा नहीं है। स्मार्टफोन का चलन एक महामारी की तरह है जो कि कुछ सालों के बाद अपने आप शांत हो जाएगा।

इसका कारण है लोग अब मानसिक बीमारियों से ग्रसित हो गए हैं अनचाही इंफॉर्मेशन उन्हें मिल रही है और बहुत सारी इनफार्मेशन गलत भ्रामक और परेशान करने वाली होती है

एक सच्चा और अच्छा ज्ञान सिर्फ किताबों से मिल सकता है और उसे भी एकांत में पढ़ा जाए तो किताबें पढ़ने से मन को शांति मिलती है। अगर आप इस बात को नहीं मानते हैंतो आज ही एक अच्छी सी किताब ले और उसे पढ़े।

जैसे जैसे  आप उसे पढ़ते जाएंगे, वैसे ही आप मोबाइल और स्मार्टफोन की तरफ देखना कम कर देंगे ।

Viren Raikwal
Viren Raikwal

असली बहादुरी तो तब है, जब आप वह करे जो सही है, भले ही वह ज्यादा लोकप्रिय ना हो....

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One comment

  1. Bohut hi khubsurat shabdo main aapne jo likha hain use maine dhyan se padha aur mujhe bohot acha laga ise share karne ke liye dhanyawad🙏

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