First Job tips hindi – क्या पढ़ाई पूरी करने के बाद यह आपका पहला जॉब है? अगर हां तो आपको कुछ बातों का ख्याल रखना चाहिए ताकि कार्यकुशलता के साथ-साथ आप व्यवहार-कुशलता से सबका दिल जीत ले। अगर आप केरियर में लंबी पारी खेलना चाहते है तो आपको समझदारी से काम लेना होगा। और उन कायदों का पालन करना होगा जो आपके फस्ट्र जॉब इंप्रेशन को शानदार बना देंगा। जानते है उन कायदों के बारे में-
इंटरनेट का सही इस्तेमाल
इंटरनेट ने हर किसी की दुनिया बदलकर रख दी है। इससे हमारे कई काम आसान कर दिए है। ऑफिस वर्क में कई बार इंटरनेट कि मदद लेनी पड़ती है। कई लोग इंटरनेट पर उपलब्ध सामग्री का उसी रूप में इस्तेमाल करने लग जाते है। जबकि यह कोपिराइट कानूनों के तहत गलत है। और नैतिक रूप से भी इंटरनेट से कोई ऑफिशियल कंटेंट लेने कि सोच रहे है तो इस बारे में अपने सीनियर्स से डिस्कशन करना बहुत जरूरी है। बोस कि स्वीक्रती के बाद ही आपको इंटरनेट से कोई सामग्री लेनी चाहिए। आप सोशल नेटवर्किग साइट के ज्यादा इस्तेमाल के कारण भी ऑफ़ीस में बदनाम हो सकते है। तो इन्टरनेट का सही इस्तेमाल करे।
खुद को बढ़ा-चढ़ाकर पेश न करे
अगर आप किसी खास विषय पर अपनी राय प्रकट कर रहे है या कोई हल्का-फुल्का मजाक कर रहे है तो सामने वाले कि पसंद-नापसंद को पूरी तरह समझ ले। इसके बाद ही कुछ बोले। सलाह तो यही है कि आप टू द प्वाइंट बोले। कई बार आपके बेहतरीन काम से आपके कलीग्स भी चिढ़ सकते है और आपको परेशान करने कि प्लानिंग बना सकते है। ऐसे में परेशान होने के बजाय पूरी तरह से काम पर फोकस करे। इस बात का भी ध्यान रखे कि आपको अपनी योग्यताओ को बहुत ज्यादा बढ़ा-चढ़ाकर पेश नही करना चाहिए। आपको खुद पर केंद्रित होने के बजाय सामने वाले व्यक्ति को महत्व देना चाहिए। इससे आपको प्रोफेशनल रिश्ते मजबूत होते है। और आपको भविष्य में फायदा मिलता है।
विनम्र रहें
नौकरी में सिर्फ आपकी परफोर्मेस ही नही देखी जाती, बल्कि आपके व्यवहार पर भी गौर किया जाता है। समस्या को आप किस तरह सुलझाते है, यह भी महत्वपूर्ण है। सीनियर्स और कलीग्स से विनम्र व्यवहार रखे। आपसे कोई गलती हो जाती है तो उसकी जिम्मेदारी लेकर सबका दिल जीते।
वर्क कल्चर को समझे
कुछ सालों पहले ऑफ़ीस में इंटेलीजेंस कोशेंट (आईक्यू) को तवज्जो दी जाती थी। इसके बाद इमोशनल कोशेंट (सीक्यू ) को तरजिह दी जा रही है। अगर आप नई जगह पर काम करने जा रहे है तो आपको लोगो के कल्चर अनुरूप काम करने चाहिए।
चुप रहना भी सीखें
ऑफ़ीस में मीटिंग्स में आपकी उपस्थिति हमेशा दर्ज होनी चाहिए। किसी चीज को समझकर उसके बारे में तुरंत अपनी सही राय पेश करने से अच्छा इंप्रेशन पड़ता है। पर यह बात हमेशा सही नही होती ऑफ़ीस में कई मौकों पर चुप भी रहना पड़ता है। जरूरत से ज्यादा बोलने पर आपकी नेगेटिव छवि बन सकती है। इसलिए सोच-समझकर बोले।