What is Black Hole – हमारे ब्रह्मांड का नाम Milky Way है। जो करोडो सालों से अस्तित्व में है। इसमें हमारा सौरमंडल आता है जिसका केंद्र सूर्य है। हमारे सारे ग्रह सूर्य के चक्कर लगाते हैं।
हमारे ब्रह्मांड में भी कई सारे सूर्य जैसे तारे मौजूद है जो हम से बहुत दूर है। पर क्या आपको यह पता है की हमारा सूर्य किसके चक्कर लगता है? इसका उत्तर है। हमारे ब्रह्मांड का केंद्र होता है जिसका चक्कर सूर्य भी लगाता है उस केंद्र को हम Black Hole कहते हैं।
क्या है ये Black Hole? What is Black Hole
इसे ब्रम्हांड का देत्य कहा जाता है। क्योंकि यह अपने आसपास आने वाली सभी चीजों यहां तक कि प्रकाश को भी निकल जाता है। इसकी खोज सबसे पहले 1783 में हुई थी। इसके पास समय का भी कोई स्थान नहीं रहता है। इसका जन्म भी ऐसे ही होता है जैसे तारों का होता है।
धूल और गैस के बादल आपस में जोड़कर एक तारा बनाते हैं जब तारे में हाइड्रोजन गैस खत्म हो जाती है तो यह ठंडा हो जाता है। ज्यादा घनत्व के कारण इस में विस्फोट होता है और यह अपनी सारी उर्जा ब्रह्मांड में इधर-उधर फैला देता है। और खुद एक छोटे से आकार में बदल जाता है।
इस छोटे से आकार का गुरुत्वाकर्षण बल इतना ज्यादा होता है कि यह प्रकाश को भी अपनी ओर खींच लेता है। अगर कोई इंसान ब्लैक होल के पास से भी गुजरे तो उसके छोटे छोटे टुकडे हो जाएंगे और ब्लैक होल में समा जाएंगे। ब्लैक होल एक मरे हुए तारे का विशेष है जिसका गुरुत्वाकर्षण बल बहुत ज्यादा है। सभी तारे मरने के बाद ब्लैक होल बने यह जरुरी नहीं है।
सूर्य ब्लैक होल के चारों ओर चक्कर क्यों लगाता है ?
शुरुआत में हमारा ब्रह्मांड एक तारा रहा होगा। यह धीरे धीरे ठंडा हुआ और विस्फोट के साथ अंतरिक्ष में बिखर गया। इससे निकले धुल और गैस के कण अंतरिक्ष में बिखर गए। करोडो सालो में यह कण आपस में जुड़ने लगे और सूर्य और हमारे बाकी के ग्रह का निर्माण हुआ। हमारे ब्रह्मांड का Center Point ब्लैक होल है।
यह सूर्य से 30 लाख गुना बड़ा है। इसका गुरुत्वाकर्षण इतना ज्यादा है की ये इसके आसपास फैले सभी तारो और ग्रहों को अपनी ओर खींच रहा है। मतलब हमारा सूर्य भी इसी ब्लैक होल से पैदा हुआ है और इसी में समां जाएगा। ऐसा होने में अभी कई करोड़ साल लगेंगे।
हमारा सूर्य इस ब्लैक होल से 30000 प्रकाश वर्ष दूर है। प्रकाश एक साल में जो दूरी तय करता है उसे एक प्रकाश वर्ष कहा जाता है। सूरह को Black Hole का एक चक्कर लगाने में करीब 22.5 करोड़ साल लगते हैं। और सूर्य अपने दूरी पर 25 दिन में एक चक्कर पूरा करता है।
क्या सूर्य भी ब्लैक होल बन जाएगा?
जैसा की हमने बताया हर तारा ब्लैक होल बन सकता है और नहीं भी । हो सकता है जब सूर्य की हाइड्रोजन गैस एक दिन खत्म हो जाए और यह ठंडा हो जाए और इसमें विस्फोट हो। विस्फोट होने पर हमारी पृथ्वी और सारे ग्रह नष्ट हो जाएंगे। तब सूर्य ब्लैक होल में बदल सकता है। और एक और छोटे ब्रह्मांड की रचना हो जाएगी।
Conclusion
तारो का black hole बनना और विस्फोट होकर वापस तारे का बनना यही ब्रम्हांड की उत्पत्ति का रहस्य है। हम जितना जानेगे उतने ही प्रश्न खड़े होते जायेगे। ब्लैक होल से ही हमे जीवन मिला है।
Nice knowledge