सुबह से लेकर शाम तक हम Facebook, WhatsApp, वेबसाइट, Gmail, YouTube पर समय बिताते है। इनका use करना जितना आसान है उतना ही मुश्किल ये समझना है की यह चलता कैसे है? कैसे हम घर बैठे दुसरे देश में बात कर सकते है? हजारो किलोमीटर दूर सन्देश भेज सकते है। दुनिया भर की जानकारी ले सकते है। इसका एक ही जवाब है – Internet.
Internet क्या है?
जब दो या दो से ज्यादा कंप्यूटर आपस में किसी cable से कनेक्टेड होते हैं तो वह डाटा का लेनदेन कर सकते हैं। इसे network कहा जाता है। जब बहुत सारे network जो सारे दुनिया में है आपस में मिल जाते है तो वह इंटरनेट बनाते हैं। इंटरनेट, इंटरनेशनल नेटवर्क ऑफ कंप्यूटर हैं।
Definition – A global computer network providing a variety of information and communication facilities, consisting of interconnected networks using standardized communication protocols
इंटरनेट आने से पहले लोग कम्युनिकेशन बड़ी मुश्किल से कर पाते थे। चिट्ठियों के जरिए information भेजी जाती थी। जितनी ज्यादा इंफॉर्मेशन होती थी उतने ही ज्यादा पेज लिखे जाते थे। जिसमें बहुत सारा टाइम लगता था। अगर यह चिट्टियां खराब हो जाती तो वह इंफॉर्मेशन भी खत्म हो जाती थी।
आज इंटरनेट की वजह से दुनिया बहुत ही छोटी हो गई है। जो काम हम कई दिन में नहीं कर सकते थे वह इंटरनेट में कुछ ही टाइम में कर देते है। आज हम हर तरह से इन्टरनेट पर depend है। अगर आज इंटरनेट एक दिन भी बंद रहे तो हमें अरबो रुपयों का नुकसान हो सकता है। और अनुमान से हम 6 दिन पीछे चले जाएंगे।
Internet कैसे बना ?
इंटरनेट का आविष्कार कंप्यूटर के बाद हुआ है। इसलिए जब कंप्यूटर में डाटा बढ़ने लगा तो वैज्ञानिकों को महसूस हुआ कि इसको हम एक से दूसरे कंप्यूटर में कैसे भेजे। क्योंकि कंप्यूटर बड़ी-बड़ी ऑर्गनाइजेशन में ही यूज किए जाते थे। इसलिए इंफोर्मेशन को एक्सचेंज करना बहुत ही जरूरी हो गया था।
1969 में अमेरिका सरकार की Advanced Research Projects Agency (ARPA) ने एक नेटवर्क तैयार किया जिसका नाम ARPANET था। इसको बनाने का मुख्य मकसद उस समय यूनिवर्सिटी में चल रहे शोधो को एक यूनिवर्सिटी से दूसरी यूनिवर्सिटी में भेजने का था।
इसके बाद आया TCP/IP जिसने इंटरनेट की स्पीड को बढ़ा दिया। Www भी इंटरनेट का एक part है जो hyperlink webpage प्रोवाइड करवाता है। webpage इंफोर्मेशन का एक पेज है जिसको आप पढ़ सकते हैं। बहुत सारे वेबपेज से मिलकर एक वेबसाइट बनाते है।
Internet का मालिक कौन है ?
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि इतने बड़े नेटवर्क का कोई मालिक नहीं है और ना ही यह सेटेलाइट से चलता है। जिस तरह हम एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर से जोड़ने के लिए केबल use करते है। ठीक इसी तरह इन्टरनेट को एक देश से दुसरे देश तक पहुचाने के लिए भी समुन्द्र में cable बिछाई जाती है। यह Optical Fiber cable होती है जिसे Submarine Cable भी कहा जाता है।
Submarine Cable बिछाने और रख रखाव का काम internet service provider करते है। बदले में यह इंटरनेट प्रोवाइड कर उससे पैसा कमाते है। भारत में पहली बार इन्टरनेट 14 August 1995 को Videsh Sanchar Nigam Limited (VSNL) ने launch किया था।
दुनिया में 99 % इन्टरनेट इन्ही cable से use किया जाता है बाकि 1 % satellite से किया जाता है। आप दुनिया भर में फैले इन cable को इस वेबसाइट से देख सकते है। – www.submarinecablemap.com
Conclusion
पहले अच्छी जानकारी सिर्फ किताबो से मिलती थी। पर अब इन्टरनेट information का खजाना बन गया है। आप घर बैठे हमारे पोस्ट को पढ़ रहे हैं इससे ही इंटरनेट की ताकत समझा जा सकता है। इंटरनेट ने दुनिया को छोटा कर दिया है। हम आज भारत से जर्मनी, अमेरिकी, और अफ्रीकी नागरिक से बात कर सकते हैं। आज पूरी दुनिया एक साथ आगे बढ़ रही है इसका पूरा क्रेडिट Internet को जाता है।
Good information sir thanks for sharing
very good information,