Teachers Day क्यों बनाया जाता है ? | Teachers Day Story

हर किसी के जीवन में मां बाप के बाद गुरु ही एक ऐसा व्यक्ति होता है जो उसे अपने जीवन मैं आगे बढ़ने में सहायक होता है। इसलिए आज Teachers Day के मौके पर मैं आपके लिए लाया हूं गुरु शिष्य की वह कहानी जिससे आप यह जान सकेंगे कि एक शिष्य के लिए गुरु का क्या महत्व है। इससे पहले Teachers Day के बारे में जानते है –

 

Teachers Day क्यों बनाया जाता है ?

पांच सितंबर को पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती भी आयोजित होती है। उन्हीं की याद में हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है। इसके पीछे की कहानी ये है कि एक बार उनके कुछ विद्यार्थी और दोस्तों ने उनके जन्मदिन को सेलिब्रेट करने का मन बनाया। इस पर डॉ सर्वपल्ली ने कहा कि मेरा जन्मदिन अलग से मनाने के बजाए अगर मेरा जन्मदिन शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाए तो मुझे गर्व महसूस होगा।

Teachers Day Story

एक बार एक संत महोदय अपने आश्रम में बैठे हुए थे। तभी उनका एक शिष्य, जो स्वाभाव से थोड़ा क्रोधी था उनके पास आया और बोला- “गुरूदेव,आप अपना व्यवहार इतना मधुर कैसे बनाये रहते हैं, ना आप किसी पर क्रोध करते हैं और ना ही किसी को कुछ भला-बुरा कहते हैं? कृपया अपने इस अच्छे व्यवहार का रहस्य बताने का कष्ट करें।”

संत महोदय ने कहा, पुत्र! अभी मैं अपना रहस्य तो नहीं बता सकता, लेकिन मैं तुम्हारा एक रहस्य जरूर बता सकता हूँ।”

“मेरा रहस्य! वह क्या है गुरु जी?” शिष्य ने आश्चर्य से पूछा।

”इसी सप्ताह के अंत तक तुम्हारी मृत्यु आवश्यम्भावी है।” संत महोदय ने मानो विस्फोट कर दिया।

शिष्य का साथी ऐसा कहता तो वह इसे मजाक में टाल सकता था, लेकिन स्वयं संत महोदय के मुख से निकली बात को कोई कैसे काट सकता था? बेचारा शिष्य उदास हो गया, सन्त महोदय के चरणस्पर्श कर आशीर्वाद लिया और आँखों में आँसू लिए चुपचाप अपनी कुटिया में चला गया।

उसी समय से शिष्य का स्वभाव बिलकुल बदल सा गया। वह हर किसी से प्रेम से मिलता और कभी किसी पर क्रोध न करता, अपना अधिकांश समय ध्यान और पूजा में लगाता। वह उनके पास भी जाता जिससे उसने कभी गलत व्यवहार किया था और उनसे माफ़ी मांगता। देखते-देखते 6 दिन बीत गए संत महोदय की भविष्यवाणी पूरी होने का समय आ गया।

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शिष्य ने सोचा, चलो अन्तिम बार गुरु के दर्शन कर आशीर्वाद ले लेते हैं। वह उनके समक्ष पहुंचा और बोला,…गुरुजी, मेरा समय पूरा होने वाला है, कृपया मुझे आशीर्वाद दीजिये!”

“मेरा आशीर्वाद हमेशा तुम्हारे साथ है पुत्र। अच्छा, यह बताओ कि पिछले छः दिन कैसे बीते? क्या तुम पहले की तरह ही लोगों से नाराज हुए,उन्हें अपशब्द कहे?” संत महोदय ने प्रश्न किया।


“नहीं-नहीं, बिलकुल नहीं गुरुदेव! मेरे पास जीने के लिए सिर्फ सात दिन थे, मैं इसे बेकार की बातों में कैसे गँवा सकता था?” मैं तो सभी से प्रेम से मिला,और जिन लोगों का कभी दिल दुखाया था उनसे क्षमा भी मांगी।” शिष्य तत्परता से बोला।

संत मुस्कुराए और बोले, “बस यही तो मेरे अच्छे व्यवहार का रहस्य है।” “मैं जानता हूँ कि मैं कभी भी मर सकता हूँ, इसलिए मैं हर किसी से प्रेमपूर्ण व्यवहार करता हूँ, और यही मेरे अच्छे व्यवहार का रहस्य है।

शिष्य समझ गया कि गुरुदेव ने उसे जीवन का यह पाठ पढ़ाने के लिए ही मृत्यु का भय दिखाया था।

दोस्तों इस कहानी मैं शीशे की तरह हम सभी बुद्धिमान तो हैं पर हमें अपनी शक्तियों का एहसास नहीं होता इन शक्तियों का एहसास कराने वाला ही गुरु होता है आज हम बताते हैं कि एक बुद्धिमान व्यक्ति की पहचान क्या होती है

एक बुद्धिमान व्यक्ति की क्या पहचान है ?

  1. जो लोग कम बात करते हैं।
  2. ये  दिखावा नहीं करते।
  3. बात करते समय दूसरों को बाधित नहीं करते हैं।
  4. जो चुपचाप दूसरे के सुझाव सुनते हैं।
  5. अपने परिवार के मुद्दों में दोस्त और पड़ोसी के हस्तक्षेप की अनुमति नहीं देते हैं।
  6. अपनी पीठ पर दूसरों के बारे में बुरा नहीं बोलते हैं।
  7. वे लोग दूसरों को अपना काम करने के लिए मजबूर नहीं करते हैं।
  8. किसी को प्रभावित करने के लिए ऋण नहीं लेते हैं।
  9. कठिन जिम्मेदारियों को लेते हैं।
  10. सेलेब्स, स्पोर्ट खिलाड़ियों और राजनेताओं के लिए नहीं लड़ते हैं।
  11. सलाह नहीं देते हैं जब तक कोई उनसे नहीं पूछे।
  12. विपणन रणनीतियों में नहीं फंसते हैं।
  13. ये लोग केवल किसी के देखने के लिए नहीं आते हैं।
  14. ब्रेक-अप और विफलताओं के बाद अगली चीज के लिए कदम रखते हैं।
  15. किसी व्यक्तिगत जीवन पर चर्चा करने में अपना समय बर्बाद नहीं करते हैं। ।
  16. सोशल मीडिया पर अपना पूरा समय बर्बाद नहीं करते हैं।
  17. इस बारे में परवाह नहीं करते हैं कि लोग उनके बारे में उनकी पीठ पर या जो भी सामाजिक प्लेटफार्मों पर बात करते हैं।
  18. अचानक प्रतिक्रिया नहीं करते हैं, लेकिन सही समय पर।
  19. किसी के शब्दों में नहीं फंसते।
  20. दूसरों को देखकर अपनी जीवन शैली नहीं बदलते हैं।
  21. अपने व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन का मिश्रण नहीं करते हैं।
  22. कमाई और पैसे खर्च करने के बीच संतुलन बनाए रखते हैं।
  23. सिर्फ शांत दिखने के लिए ड्रग्स, शराब, तंबाकू उत्पादों का सेवन नहीं करते हैं।
  24. जिन लोगों ने बहुत प्रारंभिक चरण में ‘NO’ शब्द सीखा है।
  25. जो लोग अपने रहस्यों, धन, कमजोरियों को किसी के साथ साझा नहीं करते हैं।

अगर आप में भी यह सारे गुण है तो आप यह मान लीजिए कि जिंदगी में आप बहुत ही आगे जाने वाले हैं और आप बहुत ही समझदार है।

Viren Raikwal
Viren Raikwal

असली बहादुरी तो तब है, जब आप वह करे जो सही है, भले ही वह ज्यादा लोकप्रिय ना हो....

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