आज वही लोग सफल है जो तब जाग रहे थे, जब पूरी दुनिया सो रही थी। यह बहुत ही सामान्य और सभी की समझ में आने वाले नियम है। यदि आप जल्दी उठेंगे तो आपको दूसरे सोए रहने वालों की तुलना में कुछ अच्छा करने के लिए ज्यादा समय मिलेगा। हर रोज सुबह 6:00 बजे उठना आपको सेहतमंद बनाए रखेगा और दिनचर्या को व्यवस्थित रखेगा – morning tips hindi ।
जानकार मानते हैं कि सुबह उठने से लेकर ऑफ़िस पहुंचने के बीच का वक़्त बहुत अहम होता है। उस वक़्त कई ऐसे काम निपटाए जा सकते हैं, जो निजी तौर पर किसी इंसान के लिए बहुत फ़ायदेमंद हों। वो आपके दफ़्तर से जुड़े काम नहीं होते। जल्दी उठने पर रात को नींद भी जल्दी व गहरी आती है, जिससे आपके शरीर व दिमाग को ज्यादा आराम मिलता है। शारीरिक और मानसिक तौर से आप ज्यादा सेहतमंद बनने के लिए जरूरी है की आप सुबह जल्दी उठे । आप सुबह का 1 घंटा इन activity में लगाये और आप पायेगे अपने आप में अलग उर्जा।
20 मिनट एक्सरसाइज
पहले 20 मिनट को सेहत के नाम एक्सरसाइज के लिए दे। वैज्ञानिक सर्वे बताते हैं कि आप यदि नियमित 20 मिनट से लेकर 45 मिनट एक्सरसाइज करते हैं तो आपकी सेहत दूसरों की तुलना में 50% ज्यादा अच्छी होती है और किसी भी काम में सफलता की संभावना बढ़ जाती है।
सवेरे दौड़ना सबसे आसान और सबसे अच्छा व्यायाम माना जाता है। किसी महापुरुष ने कहा है कि सुबह की सैर पूरे दिन के लिए एक वरदान समान है। सुबह की सैर ना सिर्फ आपको तरोताजा रखती है बल्कि बहुत सारी बिमारियों से लड़ने की शक्ति भी देती है।
इसका मुख्य कारण है स्वच्छ हवा जो आपको दिन भर की भाग दौड़ में नहीं मिलती और आज कल के प्रदूषण भरे माहौल में शुद्ध ऑक्सीजन मिलना बहुत मुश्किल है। सुबह मात्र आधे घंटे सैर करना भी जिम में घंटों पसीना बहाने से ज्यादा फायदेमंद है।
जो लोग उम्रदराज हैं उनके लिए तो सुबह की सैर अमृत समान है, सुबह सैर करने से इंसान की उम्र बढ़ती है। आसान भाषा में कहें तो बहुत सारी बिमारियों का आसान सा समाधान है।
1 दिन में सिर्फ दो हजार कदम चलने से दिल और स्टॉक संबंधी बीमारियों 80 कम किया जा सकता है एक शोध में पाया गया है यह सिर्फ 20 मिनट चलने से जिम जैसी फिटनेस पाई जा सकती है अगर एक साल तक रोजाना चार हजार कदम पैदल चला जाए तो दवाओ के बिना भी शरीर को फिट और तंदुरुस्त रखा जा सकता है।
20 मिनट लक्ष्य पर ध्यान
एक्सरसाइज के बाद तुरंत 20 मिनट अपने द्वारा निर्धारित लक्ष्य पर, अपनी प्लानिंग पर, और सपनों को पूरा करने की सोच को सही दिशा देने में लगाएं। सकारात्मक बनने और गलतियों से सबक लेते हुए ध्यान करे । यह मन की शक्तियों का साधने वाला ध्यान है लेकिन इसमें स्वार्थ से बदले की भावना और द्वेष पूर्ण विचार ना लाएं ।
20 मिनट सीखना
आखिर के 20 मिनट कुछ भी नया सीखने के लिए दीजिए। इस तरह की सीख कुछ पढ़ने से, कुदरत के करीब जाकर, बच्चों या पेट़स के साथ खेलकर, संगीत से या अपनी हाबी को पूरा कर ली जा सकती है। आप किसी की मदद करके भी कुछ सीख सकते हैं। जीवन को नए ढंग से देख सकते हैं।
66 दिन अमल में लाना
इस 1 घंटे के फॉर्मूले को 66 दिन तक नियमित करें। कोशिश करें कि कोई दिन न छूटे। यह वैज्ञानिक तौर पर भी साबित हुआ है कि यदि आपको किसी आदत को जीवन भर साथ बनाए रखना है तो उसके लिए कम से कम 45 दिन का समय लगता है। 66 दिनों में आपकी बॉडी लोग भी सेट हो जाएगी।
अनुभव साझा करें
सबसे छोटा कार्य सबसे महान इरादे से हमेशा बेहतर होता है। यदि आपने 66 दिन तक अपनी दिनचर्या को इस फार्मूले के हिसाब से सादा और आपको उसके अच्छे नतीजे मिले तो उन्हें सब के साथ बांटिए।